गुरुवार, 18 जून 2009

लक्ष्मीकांतशर्मा


एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर आये जनसंपर्क मिनिस्टर लक्ष्मीकांत शर्मा से मैंने छोटी सी बातचीत की और जानेउनकी जिंदगी के अनछुए पहलू।
प्रारंभिक पढ़ाई- लिखाई कहां हुई

बचपन से बीए तक की पढ़ाई मैंने सिरौंज में की। उसके बाद एमए और एलएल बी की पढ़ाई के लिए गंजबादसौदा आया और वहीं से पढ़ाई पूरी की।

आम आदमी से विशिष्ठ आदमी बनने के बाद कोई नुकसान भी उठाना पड़ता है?

मैं अपनी बात करूं तो मैं विशिष्ठ आदमी बिल्कुल नहीं। आम आदमी था और आज भी आम ही हूंॅ। मैं लोगों के बीच रहता हूंॅ।

तो क्या घरवालों को समय दे पाते हैं

नहीं। राजनीति में काम के तरीके अलग होते हैं। इसलिए उनको पर्याप्त समय नहीं दे पाता।

राजनीति से आपका लगाव कब से था? क्या बचपन से ही राजनेता बनना चाहते थे।

नहीं। बचपन में तो राजनीति के बारे में नहीं सोचता थ्ाा। संघ की कार्यप्रणाली अच्छी लगती थी। मैं उससे ही जुड़ गया। विश्व हिंदू परिषद से भी जुड़ा था। वहीं काम करते कब राजनीति में आ गया पता भी नहीं चला। 1993 में पाटीo की ओर से टिकट मिली और मैं जीत गया।

पहले की राजनीति और अब की राजनीति में क्या अंतर है

अब राजनीति सुविधाओं वाली हो गई है। पहले की तरह अब गांव- गांव पैदल चलकर लोगों से मिलना नहीं पड़ता। तब क्या कारण है कि आज का युवा राजनीति से दूर हो रहा है आज का युवा पहले अपने करियर के बारे में सोचता है। राजनीति या सेवा आदि की अपेक्षा उसे करियर सिक्योर करना जरूरी लगता है। इसलिए राजनीति को वह किनारे रख देता है।

बचपन का कोई सपना जो पूरा नहीं हो सका हो

बहुत सपने मैं नहीं देखता पर बचपन से चाहता था कि आम आदमी की मुश्किलें कम हो। आम आदमी को सर्वसुविधा संपन्न्ा देखना ही मेरा सपना है। मैं उनके लिए कुछ करने के लिए प्रयासरत हूं।

आपने बेतवा महोत्सव शुरू किया है इसकी उपयोगिता क्या है? इस दौरान नदी के उत्थान के लिए कुछ होता है

सांस्कृतिक महोत्सवों से संस्कृति अक्षुण्ण रहती है। इनका विस्तार होता है। नदी के उत्थन के लिए समिति है यह वर्ष भर काम करती रहती है।

5 टिप्‍पणियां:

CARTOON TIMES by-manoj sharma Cartoonist ने कहा…

भारत दौरे पर आये !
क्या मतलब
क्या लक्ष्मीकांत शर्मा
इंग्लैंड या अफ्रीका के सांस्क्रतिक मंत्री हैं ?

shelley ने कहा…

cartoonist ji aapka sawal shi hai. mujhe jabalpur likhna tha. ab sudhar liya. dhanyawad.

दिगम्बर नासवा ने कहा…

अच्छा साक्षात्कार लिया है आपने............. बहूत समय बाद कुछ लिखा है ब्लॉग पर........ बधाई

राज भाटिय़ा ने कहा…

अच्छा लगा. धन्यवाद

मुझे शिकायत है
पराया देश
छोटी छोटी बातें
नन्हे मुन्हे

हें प्रभु यह तेरापंथ ने कहा…

अच्छा ईन्टरव्यू था


मुम्बई टाईगर का नमस्ते।