बचपन में, गाँव में पक्षियों के लिये एक छोटे से झूले में कटोरे में पानी भर कर रखा जाता था, चिड़िया दिन पर उस में पानी पीती, नहाती और चीं-चीं का शोरगुल करती रहती थी। अब शहरों में ना तो चिड़िया दिये वैसे छज्जे दिखते हैं। बहुत ही बढ़िया पोस्ट है, सिर्फ चित्रों से आपने बहुत कुछ कह दिया। धन्यवाद। ॥दस्तक॥, गीतों की महफिल, तकनीकी दस्तक
दिखलाया जो आपने सुन्दर सुन्दर चित्र। सच है इन्सां जीव संग बनके रहते मित्र।।
सादर श्यामल सुमन 09955373288 मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं। कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।। www.manoramsuman.blogspot.com shyamalsuman@gmail.com
शैली बहुत सुन्दर चित्र हैं . चित्रों के माध्यम से आप ने अपने उद्देश्य को स्पष्ट कर दिया है. " पक्षियों को भी लगती है प्यास । इनके लिए अपने घर में पानी रखें । " इस भीषण गर्मी में जब हम ए सी और कूलर में दुबके रहते हैं. चिल्ड वाटर ढूंढते हैं. बस थोडा सा कम कर ही सकते हैं की अपने घर के इर्द गिर्द अपनी दालान या छत पर दिए, कलश कुछ में भी पक्षियों के लिए पानी तो रख ही सकते हैं. और तब आप जो शांति का अनुभव करें उसे हम से बांटिये जरूर. - विजय
16 टिप्पणियां:
बचपन में, गाँव में पक्षियों के लिये एक छोटे से झूले में कटोरे में पानी भर कर रखा जाता था, चिड़िया दिन पर उस में पानी पीती, नहाती और चीं-चीं का शोरगुल करती रहती थी।
अब शहरों में ना तो चिड़िया दिये वैसे छज्जे दिखते हैं।
बहुत ही बढ़िया पोस्ट है, सिर्फ चित्रों से आपने बहुत कुछ कह दिया। धन्यवाद।
॥दस्तक॥,
गीतों की महफिल,
तकनीकी दस्तक
sahi kaha
सागर जी से पूरा इत्तेफाक .......
bahut hi manohari chitra hain ....waise humare bua ji ke yahan faridabad mein dana pani katore mein rakha jata hai ...chidion ke liye
समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : आपकी चिठ्ठा : मेरी चिठ्ठी चर्चा में
दिखलाया जो आपने सुन्दर सुन्दर चित्र।
सच है इन्सां जीव संग बनके रहते मित्र।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
VERY NICE....
शैली
बहुत सुन्दर चित्र हैं .
चित्रों के माध्यम से आप ने अपने उद्देश्य को स्पष्ट कर दिया है.
" पक्षियों को भी लगती है प्यास । इनके लिए अपने घर में पानी रखें । "
इस भीषण गर्मी में जब हम ए सी और कूलर में दुबके रहते हैं. चिल्ड वाटर ढूंढते हैं.
बस थोडा सा कम कर ही सकते हैं की अपने घर के इर्द गिर्द अपनी दालान या छत पर दिए, कलश कुछ में भी पक्षियों के लिए पानी तो रख ही सकते हैं.
और तब आप जो शांति का अनुभव करें उसे हम से बांटिये जरूर.
- विजय
ओह ! पहली तस्वीर दिल को छू गयी !
अच्छी तरह से आपने अपना मेसेज सब तक पहुंचा दिया है...................
बहूत ही सुन्दर चित्र हैं...........आपका सन्देश भी उचित है..............
संवेदनशील! आज ही यह काम करता हूँ!
ye pyass hai badi...
these pictures proved that water is life.
नयना भिराम चित्र और बहुत सार्थक पोस्ट...वाह...
नीरज
bahut sundar chitron se aap ne apni baat kahi...pani jeevan hai..pakshiyon ke liye garami mein paani rakhna puny ka kaam hai..
bahut achchey vichar hain aap ke..monica-keep it up!
BAHUT ACHHA SANDESH DIYA HAI AAPNE.........
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